विषय सूची
‘उल्टी’ कभी भी और किसी को भी हो सकती है। हालांकि यह कोई गंभीर बीमारी नहीं है, लेकिन इस पर वक्त रहते ध्यान न दिया जाए तो यह गंभीर समस्या का कारण बन सकती है। कई बार लोग उल्टी रोकने के उपाय के लिए उल्टी की दवा भी लेते हैं जिसका असर कुछ वक्त तक ही रहता है और कुछ मामलों में इन दवाइयों का उल्टा असर भी हो जाता है। इसलिए इस लेख के जरिये हम आपको उल्टी रोकने के घरेलू उपाय के बारे में जानकारी देंगे। उल्टी का घरेलू उपचार करने से न सिर्फ आपको इससे राहत मिलेगी बल्कि आप दवाइयों के नुकसान से भी बच सकते हैं। तो बिना देर करते हुए इस लेख के आगे के भाग में जानें उल्टी का घरेलू उपचार।
इससे पहले कि हम आपको उल्टी रोकने के घरेलू उपाय बताएं, उससे पहले आपका यह जानना जरूरी है कि उल्टी होने के कारण क्या-क्या हो सकते हैं? अगर आपको कारण पता होगा तो उल्टी रोकने के उपाय करना आसान हो सकता है।
उल्टी होने के कारण – What Caused Vomiting in Hindi
उल्टी होने के कई कारण हो सकते हैं जिन्हे हम निम्नलिखित बिंदुओं के माध्यम से जान सकते हैं (1) :
- पेट संबंधी समस्या
- फूड पॉइजनिंग
- खाद्य पदार्थ से एलर्जी
- माइग्रेन
- गर्भावस्था के दौरान मॉर्निंग सिकनेस
- सफर के दौरान मोशन सिकनेस
- गैस के वजह से
- कैंसर, अपेंडिसाइटिस, किडनी स्टोन जैसी बीमारी
- बहुत देर भूखे रहने के वजह से
- सर्दी-जुकाम या बुखार के कारण
अब जब आप उल्टी होने के कारण जान गए हैं तो अब वक्त आता है उल्टी रोकने के घरेलू उपाय जानने के।
उल्टी रोकने के घरेलू उपाय – How to Stop Vomiting in Hindi
कई बार लोग सामान्य शारीरिक समस्याओं के लिए भी आधुनिक दवाइयों पर निर्भर हो जाते हैं। लेकिन ऐसा करने कई बार घातक हो सकता है। आधुनिक दवाइयों से अलग उल्टी रोकने के घरेलू उपाय आपके लिए प्रभावशाली हो सकते हैं, क्योंकि इनके दुष्प्रभाव न के बराबर होते हैं। तो चलिए जानते हैं उल्टी का घरेलू उपचार कैसे करें।
1. अदरक
सामग्री
- एक चम्मच अदरक का रस
- एक चम्मच नींबू का रस
उपयोग करने का तरीका
अदरक और नींबू के रस को मिलाकर इसका सेवन करें।
कितनी बार आपको यह करना चाहिए
जब तक आराम का अनुभव न हो, इस उपाय को कई बार दोहराएं।
कैसे फायदेमंद है ?
अदरक न सिर्फ भोजन का स्वाद बढ़ाता है बल्कि यह स्वास्थ्य के लिए भी बहुत फायदेमंद है। अदरक में मौजूद एंटी-एमेटिक गुण यानी उल्टी ठीक करने के गुण मौजूद होते हैं। आप चाहें तो अदरक की चाय में शहद डालकर भी पी सकते हैं(2)।
2. पुदीने के पत्ते (Spearmint)
सामग्री
- एक बड़ा चम्मच सूखे पुदीने के पत्ते
- एक कप गर्म पानी
उपयोग करने का तरीका
- पुदीने के पत्तों को गर्म पानी में आधे घंटे भीगने दें।
- फिर उसे छानकर चाय की तरह पुदीने के पानी का सेवन करें।
- वैकल्पिक रूप से, उल्टी को कम करने के लिए आप ताजे पुदीने के पत्तों का सेवन भी कर सकते हैं।
कितनी बार आपको यह करना चाहिए
एक दिन में एक या दो कप पुदीने की चाय लें।
कैसे फायदेमंद है ?
स्पेअरमिंट (Spearmint) के पत्ते और तेल कई तरह की औषधि बनाने में काम आते हैं और यह पेट संबंधी समस्याओं से भी निजात दिलाने में मदद करते हैं। इसके अलावा इसमें एंटी-एमेटिक और एंटीस्पास्मोडिक (antiemetic and antispasmodic) यानी उल्टी रोकने और किसी भी तरह के ऐंठन को कम करने के गुण मौजूद होते हैं(3), (4)। जिससे उल्टी की समस्या से काफी हद तक आराम मिल सकता है, हालांकि इस विषय पर और ठोस शोध की जरूरत है। लेकिन अगर आपको एलर्जी नहीं है तो आप इसका उपयोग कर सकते हैं।
3. सौंफ
सामग्री
- एक बड़ा चम्मच सौंफ के बीज का पाउडर
- एक कप गर्म पानी
उपयोग करने का तरीका
- एक कप उबलते पानी में सौंफ के बीज का चूर्ण डालें और 10 मिनट के लिए खौलाएं
- फिर इसे छानकर इसका सेवन करें।
कितनी बार आपको यह करना चाहिए
एक दिन में 1-2 कप सेवन करें।
कैसे फायदेमंद है ?
खाना खाने के बाद सौंफ खाने का चलन लगभग हर भारतीय घर में है। सौंफ पाचन शक्ति में सुधार करता है और पेट की समस्या से राहत दिलाने का काम कर सकता है। इसमें मौजूद एंटी-एमेटिक (antiemetic) गुण उल्टी और मतली जैसी समस्या से भी राहत दिलाने में मदद कर सकते हैं(5)। भोजन करने के बाद आप थोड़ी सौंफ का सेवन सीधे कर सकते हैं।
4. चावल का पानी
सामग्री
- आधा कप सफेद चावल
- दो से ढाई कप पानी
उपयोग करने का तरीका
- चावल को धोएं और दिए गए पानी में उबाल लें।
- चावल के पक जाने के बाद, पानी को छानकर रख लें
- अब इस पानी का थोड़ा-थोड़ा कर के सेवन करें
कितनी बार आपको यह करना चाहिए
ऐसे तो यह उपाय तुरंत प्रभाव दिखाता है। यदि आवश्यक हो तो आप इसका सेवन दिनभर में दो से तीन बार कर सकते हैं।
कैसे फायदेमंद है ?
कई बार आपने बड़ों को कुछ बीमारियों में घरेलू नुस्खे बताते हुए सुना होगा। चावल का पानी भी उन्हीं पुराने नुस्खों में से एक है। यह पेट के लिए फायदेमंद होता है लेकिन यह उल्टी रोकने के उपाय के तौर पर कितना और कैसे असर करता है इसका अभी तक कोई ठोस वैज्ञानिक प्रमाण सामने नहीं आया है।
5. जीरा
सामग्री
- डेढ़ चम्मच जीरा पाउडर
- एक गिलास पानी
उपयोग करने का तरीका
- पानी में जीरा पाउडर मिलाकर सेवन करें।
- अगर जीरा पाउडर नहीं है, तो साबुत जीरे को पीस कर इस्तेमाल करें।
कितनी बार आपको यह करना चाहिए
आप इसका सेवन एक से दो बार या अपने जरूरत अनुसार कर सकते हैं।
कैसे फायदेमंद है ?
कई बार पेट की समस्या होने से भी मतली और उल्टी की समस्या होने लगती है। ऐसे में जीरा पेट और पाचन तंत्र के लिए काफी फायदेमंद हो सकता है। इर्रिटेबल बॉवेल सिंड्रोम (Irritable Bowel Syndrome) के लिए भी जीरा लाभकारी हो सकता है। इर्रिटेबल बॉवेल सिंड्रोम, एक प्रकार की पेट की समस्या जिसमें पेट में दर्द, जी मिचलाने जैसी परेशानियां होने लगती हैं(6)। हालांकि ये उल्टी में कितना असरदार हो सकता है उसका अभी तक ठोस प्रमाण नहीं है, लेकिन मतली जैसी समस्या में असरदार हो सकता है।
6. लौंग
सामग्री
दो से तीन लौंग
उपयोग करने का तरीका
- राहत पाने के लिए लौंग को चबाएं।
- यदि आप लौंग के तीखे स्वाद को बर्दाश्त नहीं कर सकते हैं, तो चबाते वक्त एक चम्मच शहद का भी सेवन कर सकते हैं।
कितनी बार आपको यह करना चाहिए
इसे दिन में एक या दो बार दोहराएं।
कैसे फायदेमंद है ?
लौंग एंटी-बैक्टीरियल, एंटी-इन्फ्लेमेटरी गुणों से भरपूर होता है। यह पेट की समस्या, सिरदर्द, दांत दर्द और अन्य कई परेशानियों से राहत दिलाने में मदद कर सकता है। इसके अलावा लौंग जी मिचलाना, उल्टी या सफर के दौरान मोशन सिकनेस से भी राहत दिला सकता है क्योंकि इसमें एंटी-एमेटिक गुण भी मौजूद होते हैं(7)।
नोट : गर्भवती महिलाएं लौंग के सेवन से पहले एक बार अपने डॉक्टर से परामर्श कर लें।
7. प्याज का रस
सामग्री
प्याज का रस
उपयोग करने का तरीका
- आप प्याज के रस का सेवन कर सकते हैं और चाहें तो इसमें शहद भी मिला सकते हैं।
- आप प्याज के रस को छाती और कान के पीछे भी लगा सकते हैं।
कितनी बार आपको यह करना चाहिए
इसे दिन में एक या दो बार दोहराएं।
कैसे फायदेमंद है ?
कई बार लू लगने से भी उल्टी की समस्या हो सकती है। ऐसे में गर्मी से बचने के लिए या लू लगने से उल्टी होने पर प्याज के रस को घरेलू उपचार के तौर पर उपयोग किया जा सकता है(8)।
8. दालचीनी
सामग्री
- एक छोटा टुकड़ा दालचीनी
- एक कप गर्म पानी
- शहद स्वादानुसार
उपयोग करने का तरीका
- एक कप गर्म पानी में एक दालचीनी को 10 मिनट तक भिगोकर रखें।
- 10 मिनट के बाद दालचीनी निकाल लें और इस पानी शहद मिला लें।
- फिर इसे धीरे-धीरे चाय की तरह पिएं।
कितनी बार आपको यह करना चाहिए
उल्टी को ठीक करने के लिए दिन में कम से कम तीन बार यह उपाय करें।
कैसे फायदेमंद है ?
कई बार महिलाओं को पीरियड्स के दौरान उल्टी और जी मिचलाने की समस्या होती है, ऐसे में दालचीनी की चाय एक प्रभावी विकल्प हो सकती है। यह न सिर्फ उल्टी बल्कि मासिक धर्म के दौरान पेट दर्द की समस्या से छुटकारा दिलाने का काम करेगा(9)।
[ पढ़े: दालचीनी के फायदे, उपयोग और नुकसान ]
9. नमक-चीनी पानी
जब भी उल्टी और दस्त जैसी परेशानी होती है तो इलेक्ट्रोलाइट दिया जाता है। ये बाजार में आसानी से उपलब्ध होते हैं। अगर इसकी जल्द से जल्द जरूरत हो तो इसे घर में ही नमक-चीनी मिलाकर आसानी से बनाया जा सकता है। दस्त या उल्टी होने से नमक-चीनी का घोल देना जरूरी होता है। यह शरीर को निर्जलीकरण से बचाने का काम करता है(10)।
10. बेकिंग सोडा
सामग्री
- एक चौथाई चम्मच बेकिंग सोडा
- आधा गिलास पानी
उपयोग करने का तरीका
पानी में बेकिंग सोडा मिलाएं और इससे कुल्ला करें।
कितनी बार आपको यह करना चाहिए
उल्टी के बाद मुंह का स्वाद ठीक करने के लिए इस उपाय को अपनाएं।
कैसे फायदेमंद है ?
इस उपाय से उल्टी की समस्या बंद होगी या नहीं इसका तो कोई ठोस प्रमाण नहीं है, लेकिन उल्टी के बाद जब मुंह का स्वाद खराब हो जाए तो बेकिंग सोडा मुंह का स्वाद ठीक कर सकता है(11)।
[ पढ़े: बेकिंग सोडा के 21 फायदे, उपयोग और नुकसान ]
11. एसेंशियल ऑइल
सामग्री
- एक से दो बूंद पेपरमिंट या लेमन एसेंशियल ऑयल
- एक टिश्यू पेपर या रूमाल
उपयोग करने का तरीका
- टिश्यू पेपर या रूमाल में पेपरमिंट या लेमन एसेंशियल ऑयल को डालें और सूंघे।
- कुछ देर के लिए लगातार सूंघे।
कितनी बार आपको यह करना चाहिए
जब भी आप मिचली महसूस करें तब इसे दोहराएं।
कैसे फायदेमंद है ?
पेपरमिंट ऑयल और लेमन ऑयल दोनों में एंटी-एमेटिक गुण मौजूद है। ये तेल की सुगंध मतली की भावना को कम कर सकते हैं और उल्टी को भी रोक सकते हैं। कई शोधों में यह साबित हुआ है कि यह उल्टी की समस्या को कम करने में काफी मददगार हो सकता है(12), (13), (14)।
12. नींबू
सामग्री
आधा या एक नींबू
उपयोग करने का तरीका
कुछ देर के लिए नींबू को सूंघे।
कितनी बार आपको यह करना चाहिए
पूरे दिन में कभी भी जब भी जी मिचलाए।
कैसे फायदेमंद है ?
महिलाओं को गर्भावस्था के दौरान उल्टी, मतली और मॉर्निंग सिकनेस जैसी समस्या होती है। इस स्थिति में नींबू या लेमन एसेंशियल ऑयल को सूंघने से यह समस्या काफी हद तक कम हो सकती है(14)।
[ पढ़े: नींबू के 17 फायदे, उपयोग और नुकसान ]
ये तो थे उल्टी रोकने के घरेलू उपाय, अब हम आपको आगे बताएंगे कि उल्टी होने के बाद कौन सी चीजों का सेवन करना चाहिए।
उलटी होने के बाद क्या खाना चाहिए?
उल्टी होने के बाद अगर आप ठीक भी हो जाए तो कम से कम कुछ वक्त तक थोड़ी सावधानी रखनी जरूरी है। नहीं तो फिर से उल्टी की समस्या हो सकती है। इसलिए सबसे ज्यादा जरूरी है खान-पान का ध्यान रखना। नीचे जानिए उल्टी होने के बाद आप क्या-क्या खा सकते हैं।
- खूब पानी पीएं ताकि आपको डिहाइड्रेशन न हो।
- बिना तेल-मसाले वाला खाना न खाएं बल्कि सादा खाना खाएं।
- फलों का सेवन करें।
- एक बार में ज्यादा न खाएं बल्कि पूरे दिनभर में थोड़ा-थोड़ा करके खाएं।
- भारी खाना न खाएं बल्कि हल्के खाने का सेवन करें।
इस लेख के आगे के भाग में हम आपको बताएंगे कि कब उल्टी की समस्या में डॉक्टर की सलाह जरूरी है(11), (15)।
डॉक्टर की सलाह कब लेनी चाहिए?
अगर उल्टी का घरेलू उपचार करने के बाद भी आपको लगातार उल्टी हो रही है तो बिना देर करते हुए डॉक्टर से मिले। उल्टी का इलाज अगर वक्त रहते नहीं किया गया तो मरीज की जान को भी खतरा हो सकता है।
- अगर पानी पीने से भी उल्टी हो रही हो।
- बुखार और कमजोरी हो।
- पेट में दर्द की समस्या हो।
- उल्टी में खून आए।
आशा करते हैं लेख में बताए गए उल्टी रोकने के घरेलू उपाय आपके लिए मददगार साबित होंगे। अब अगर घर में उल्टी की दवा न हो तो आप उल्टी रोकने के घरेलू उपाय कर स्थिति को गंभीर होने से बचा सकते हैं। हालांकि, अगर आपकी उल्टी 24 घंटों में कम नहीं होती है, तो आप बिना देर किए हुए डॉक्टर से परामर्श कर उल्टी का इलाज जरूर कराएं। इसके अलावा अगर आपके पास भी उल्टी रोकने के कुछ घरेलू उपाय हैं तो उसे हमारे साथ कमेंट बॉक्स में शेयर करना न भूलें।
और पढ़े:
- पित्ताशय की पथरी के कारण, लक्षण और घरेलू इलाज
- ब्रोंकाइटिस (श्वसनीशोथ) के कारण, लक्षण और घरेलू उपाय
- एनीमिया (खून की कमी) के कारण, लक्षण और घरेलू इलाज
- डायरिया के कारण, लक्षण और घरेलू उपाय
Community Experiences
Join the conversation and become a part of our vibrant community! Share your stories, experiences, and insights to connect with like-minded individuals.