Written by , (शिक्षा- बैचलर ऑफ जर्नलिज्म एंड मीडिया कम्युनिकेशन)

शारीरिक समस्याएं कई होती हैं और कुछ समस्याएं ऐसी होती हैं, जिन्हें अक्सर अनदेखा किया जाता है। उन्हीं में से एक है वैरिकोज वेन्स। कभी आपने ध्यान दिया है कि आपके पैर या किसी अन्य अंग की नस अचानक से अकड़ जाती है। अगर ऐसा होता है, तो यह वैरिकोज वेन्स हो सकता है। स्टाइलक्रेज के इस लेख में हम वैरिकोज वेन्स क्या है और इससे जुड़े लक्षण व इलाज के बारे में आपको जानकारी दे रहे हैं।

सबसे पहले यह जानना जरूरी है कि वैरिकोज वेन्स क्या है? कई लोग इसके बारे में नहीं जानते होंगे, इसलिए सबसे पहले लोगों का वैरिकोज वेन्स के बारे में जानना जरूरी है, ताकि समस्या की जड़ तक पहुंचा जा सके।

वैरिकोज वेन्स क्या है? – What is Varicose Veins in Hindi 

वैरिकोज वेन्स सूजी व मुड़ी हुई नसें होती हैं, जिन्हें आप त्वचा के नीचे देख सकते हैं। वैस ये आमतौर पर पैरों में होती हैं, लेकिन शरीर के अन्य भागों में भी हो सकती हैं। हेमोरोइड (Hemorrhoids) यानि बवासीर वैरिकोज वेन्स ही होता है।

आपकी नसों में एक वाल्व होता है, जो आपके हृदय की ओर रक्त को बहने में मदद करता है। अगर वाल्व कमजोर या क्षतिग्रस्त हो जाए, तो रक्त आपकी नसों में वापस जा सकता है। इससे नसें सूज जाती हैं, जिससे वैरिकाज वेन्स की समस्या हो सकती है।

वैरिकोज वेन्स बहुत आम हैं। इसका जोखिम अधिक उम्र में, मोटापा होने पर, एक्सरसाइज न करने पर या परिवार में किसी को वैरिकोज वेन्स की समस्या रही हो तो हो सकता है। यह गर्भावस्था के दौरान भी सामान्य है (1)।

आगे जानिए वैरिकोज वेन्स कितने प्रकार के होते हैं।

वैरिकोज वेन्स के प्रकार – Types of Varicose Veins in Hindi

कई तरह के वैरिकोज वेन्स होते हैं, जिसके बारे में हम नीचे आपको जानकारी दे रहे हैं (2)।

  • ट्रंकल वैरिकोज वेन्स (Truncal Varicose Vein)
  • वैरिकोसाइटिस ऑफ परफोरेटिंग (Varicosities of Perforating)
  • रेटिक्युलर वैरिकोज वेन्स (Reticular Varicose Vein)
  • साइड ब्रांच वैरिकोज वेन्स (Side-branch Varicose Vein)
  • तेलंगिक्टेसिया (Telangiectasia)
  • स्पाइडर वेन (Spider Vein)

लेख के आगे के भाग में जानिए वैरिकोज वेन्स के कारण।

वैरिकोज वेन्स  के कारण – Causes of Varicose Veins in Hindi

किसी भी बीमारी के सही इलाज के लिए सबसे पहले उसके कारण जानना जरूरी है, जिससे उसका सही से उपचार हो सके। इसलिए, हम यहां वैरिकोज वेन्स के कारण आपको बता रहे हैं (3) (4)।

  • बढ़ती उम्र
  • मोटापा
  • गर्भावस्था
  • पुरुषों से ज्यादा महिलाओं में वैरिकोज वेन्स का खतरा ज्यादा रहता है। गर्भावस्था, गर्भनिरोधक गोलियों का सेवन और रजोनिवृत्ति से हार्मोनल परिवर्तन महिलाओं में वैरिकोज वेन्स के कारण हो सकते हैं।
  • जन्म के वक्त या बचपन से ही क्षतिग्रस्त वाल्व (Valve) होना।
  • लंबे समय तक खड़े रहना या बैठना।
  • परिवार में किसी को वैरिकाज नसें होना।
  • जीवनशैली

लेख के अलगे भाग में जानिए वैरिकोज वेन्स के लक्षण।

वैरिकोज वेन्स के लक्षण – Symptoms of Varicose Veins in Hindi

Types of Varicose Veins in Hindi (3)
Image: Shutterstock

जब तक बीमारी के लक्षण नहीं पता चलेंगे, तब तक उसका इलाज कैसे होगा। इसलिए, लेख के इस भाग में हम आपको वैरिकोज वेन्स के लक्षण के बारे में जानकारी दे रहे हैं (3)।

  • दर्द, भारीपन और कभी-कभी पैरों में दर्द।
  • सूजी हुई नसें।
  • छोटी नसें, जिन्हें आप त्वचा की सतह पर देख सकते हैं। इन्हें स्पाइडर वेन्स कहा जाता है।
  • रात में जांघ, काफ या पैर की अन्य भागों में ऐंठन,अकड़ या दर्द
  • पैरों या टखनों में हल्की सूजन।
  • खुजली

अगर नसों के माध्यम से रक्त का प्रवाह सही प्रकार से नहीं होता है, तो ये लक्षण हो सकते हैं-

  • पैरों में सूजन
  • लंबे समय तक बैठने या खड़े होने के बाद पैर में दर्द।
  • पैरों या टखनों की त्वचा का रंग बदलना।
  • त्वचा के घाव (अल्सर), जो आसानी से ठीक नहीं होते हैं।
  • सूखी व पपड़ीदार त्वचा, जो आसानी से फट सकती है।
  • पैरों और टखनों की त्वचा का मोटा और सख्त होना (यह समय के साथ हो सकता है)

लेख के आगे के भाग में जानिए वैरिकोज वेन्स के उपचार जो आपके घर में ही मौजूद हैं।

वैरिकोज वेन्स के लिए घरेलू उपाय – Home Remedies for Varicose Veins  in Hindi

नीचे हम कुछ घरेलू सामग्रियों के बारे में बता रहे हैं, जो आपके वैरिकोज वेन्स के उपचार में लाभकारी साबित हो सकते हैं।

1. सेब का सिरका

Types of Varicose Veins in Hindi (3)
Image: Shutterstock

एक शोध में वैरिकोज वेन्स के कुछ मरीजों पर सेब के सिरके का उपयोग किया गया, जिसमें वैरिकोज वेन्स के लक्षण जैसे – दर्द और ऐंठन में काफी हद तक कमी देखी गई। एक महीने तक वैरिकोज वेन्स के मरीजों को दिन में दो बार प्रभावित जगह पर सेब के सिरके को लगाकर आधे घंटे के लिए उसे कपड़े से ढककर रखने को कहा गया। इससे मरीजों को काफी हद तक राहत मिली। अगर आप भी  वैरिकोज वेन्स की समस्या से पीड़ित हैं, तो आप भी इसका उपयोग कर सकते हैं, लेकिन ध्यान रहे कि इसके साथ आप वैरिकोज वेन्स का मेडिकल उपचार भी कराएं (4)।

2. अजवायन (Parsley)

आप वैरिकोज वेन्स से छुटकारा पाने या बचाव के लिए पार्सले (Parsley) यानी अजवायन के जूस का भी सेवन कर सकते हैं। फिलहाल, इसका अभी कोई ठोस प्रमाण नहीं है कि अजवायन या अजमोद का सेवन वैरिकोज वेन्स से छुटकारा पाने में कैसे सहायक है (5)।

3. जैतून का तेल यानी ऑलिव ऑयल

Types of Varicose Veins in Hindi (3)
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जैतून का तेल बालों और त्वचा के लिए तो फायदेमंद होता है, साथ ही यह स्वास्थ्य के लिए भी लाभकारी होता है। वैरिकोज वेन्स के उपचार की बात करें, तो ऑलिव ऑयल की मालिश से भी इसमें काफी लाभ मिल सकता है। इससे रक्त बहाव में सुधार होगा, जिससे वैरिकोज वेन्स की समस्या काफी हद तक ठीक हो सकती है (4)।

4. विच हेजल (Witch Hazel)

अगर आपको वैरिकोज वेन्स से राहत चाहिए, तो आप विच हेजल का ऑइन्टमेंट भी लगा सकते हैं। कम से कम दो हफ्तों तक दो से तीन बार इस लोशन को लगाने से वैरिकोज वेन्स से काफी हद तक राहत मिल सकती है। हालांकि, कुछ लोगों को इससे त्वचा पर थोड़ी एलर्जी हो सकती है। इसलिए, बेहतर होगा कि इस बारे में एक बार डॉक्टर से भी सलाह ले लें (5)।

5. लहसुन

Types of Varicose Veins in Hindi (3)
Image: Shutterstock

सर्दी-जुकाम हो, ब्लड प्रेशर हो या अन्य कोई स्वास्थ्य संबंधी समस्या, लहसुन एक कारगर घरेलू उपचार हो सकता है। वैरिकोज वेन्स के लिए भी लहसुन लाभकारी हो सकता है। लहसुन में कई रासायनिक घटक जैसे – एलिसिन, एलिन, ऐजीन, ग्लाइकोसाइड, अमीनो एसिड, विटामिन और खनिज मौजूद होते हैं। यह रक्तचाप को कम करने में मदद करते हैं और इसमें एंटीऑक्सीडेंट गुण भी मौजूद होता है। इसके अलावा, इसमें प्रोटीन तोड़ने की क्षमता भी है, जो शरीर में प्रोटीन को समान रूप से बांटता है और निचले अंगों में प्रोटीन की आपूर्ति को बढ़ा सकता है। इससे वैरिकोज वेन्स की समस्या में सुधार करने में मदद मिल सकती है (4)।

लेख के आगे के भाग में जानिए वैरिकोज वेन्स के जोखिम कारक क्या-क्या हो सकते हैं।

वैरिकोज वेन्स के जोखिम कारक – Risk Factors of Varicose Veins in Hindi

वैरिकोज वेन्स के जोखिम कारक और इसके कारण में कुछ खास अंतर नहीं है। नीचे हम कुछ जोखिम कारकों के बारे में बता रहे हैं, जो इसके कारणों से मिलते-जुलते ही हैं (6)।

  • बढ़ती उम्र
  • एक से ज्यादा गर्भावस्था
  • कुछ भारी चीजें उठाना
  • उच्च रक्तचाप
  • मोटापा
  • शारीरिक क्रिया कम करना
  • वंशानुगत (Heredity)

अब जानिए वैरिकोज वेन्स के इलाज के बारे में।

वैरिकोज वेन्स का इलाज – Treatment of Varicose Veins in Hindi

नीचे हम आपको वैरिकोज वेन्स के इलाज के बारे में जानकारी दे रहे हैं। इनमें से कुछ इलाज पीड़ित खुद से कर सकता है और कुछ के लिए डॉक्टर या विशेषज्ञ की जरूरत भी पड़ सकती है (3) (7)।

  • स्क्लेरोथेरेपी (Sclerotherapy) : इसमें नमक के पानी या एक रासायनिक घोल को नस में इंजेक्ट किया जाता है। इससे नस कठोर होकर गायब हो जाती हैं।
  • फ्लीबेक्टॉमी (Phlebectomy) : क्षतिग्रस्त नस के पास पैर में एक छोटा-सा सर्जिकल कट लगाया जाता है। इस कट के माध्यम से नस को हटा दिया जाता है।
  • इसके अलावा, लेजर या रेडियो फ्रीक्वेंसी का उपयोग किया जा सकता है।
  • सूजन को कम करने के लिए कंप्रेशन मोजा (Compression Stockings) पहना जा सकता है। ये मोजे आपके पैरों को धीरे से दबाते हैं, ताकि खून आपके हृदय की तरफ जाए।
  • ज्यादा देर तक खड़े या बैठे न रहें, बल्कि अपने पैरों को थोड़ी-थोड़ी देर में हिलाते रहें, ताकि रक्त संचार सही तरीके से होता रहे।
  • अगर आपका वजन जरूरत से ज्यादा है, तो वजन कम करें।
  • अगर आपको चोट या घाव है, तो उसकी देखभाल करें, ताकि वो जल्दी ठीक हो जाए।
  • ज्यादा से ज्यादा व्यायाम या योग करें।

लेख के आगे के भाग में हम आपको वैरिकोज वेन्स से बचाव के कुछ उपाय बता रहे हैं।

वैरिकोज वेन्स से बचने के उपाय – Prevention Tips for Varicose Veins in Hindi

नीचे जानिए वैरिकोज वेन्स से बचाव के कुछ टिप्स (4) (6)।

  • वजन को संतुलित रखें।
  • शारीरिक क्रिया जैसे – योग व व्यायाम करें।
  • अपने ब्लड प्रेशर को नियंत्रित रखें।
  • लगातार ज्यादा देर तक बैठे या खड़े रहने से बचें।
  • कुछ देर बैठने के बाद थोड़ा-थोड़ा चलते-फिरते रहें।

वैरिकोज वेन्स बहुत ही आम समस्या है और इसकी जानकारी सभी को होनी चाहिए। आशा करते हैं कि इस लेख के माध्यम से बताए गए वैरिकोज वेन्स के उपचार आपके लिए मददगार साबित होंगे। अगर वैरिकोज वेन्स के इलाज से जुड़ी कुछ और जानकारी या सवाल आपके मन में हैं, तो आप उसे नीचे कमेंट बॉक्स में जरूर लिखें। हम वैरिकोज वेन्स से जुड़ी हर जानकारी के बारे में आपको जागरूक करने में पूरी सहायता करेंगे। आप भी वैरिकोज वेन्स के इस लेख को शेयर कर ज्यादा से ज्यादा लोगों को वैरिकोज वेन्स क्या है, इसके लक्षण, कारण और इलाज के बारे में जानकारी दें।

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Saral Jain
Saral Jainहेल्थ एंड वेलनेस राइटर
सरल जैन ने श्री रामानन्दाचार्य संस्कृत विश्वविद्यालय, राजस्थान से संस्कृत और जैन दर्शन में बीए और डॉ.

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