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महिलाओं का ब्यूटी पार्लर जाना अब आम हो गया है। आइब्रो बनवाना, क्लीनअप लेना आदि महिलाओं के लिए जरूरत बन गया है। साथ ही खूबसूरत दिखने के लिए वैक्सिंग करना भी जरूरी हो गया है। वैक्सिंग कराने से शरीर की सफाई भी होती रहती है और त्वचा कोमल हो जाती है। वहीं, कई बार वैक्सिंग कराने से त्वचा पर दाने निकल आते हैं। हालांकि, ये दाने छोटे और दर्द रहित होते हैं, लेकिन इन दानों को अनदेखा नहीं किया जा सकता है। ऐसे में इन दानों से छुटकारा दिलाने में स्टाइलक्रेज का यह लेख मददगार साबित हो सकता है। इस लेख में हम वैक्सिंग के बाद दाने होने के कारण और वैक्सिंग के बाद होने वाले दानों का घरेलू उपाय बता रहे हैं।
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इस लेख की शुरुआत में हम वैक्सिंग के बाद दाने होने के कारण की जानकारी दे रहे हैं।
वैक्सिंग के बाद दाने होने के कारण – Causes of Getting Bumps After Waxing in Hindi
वैक्सिंग के बाद दाने होने की असल वजह स्पष्ट रूप से ज्ञात नहीं है। हालांकि, ऐसा माना जाता है कि बाल त्वचा के रोमछिद्रों में होते हैं, जिससे कि त्वचा के रोमछिद्रों पर किसी प्रकार की प्रतिक्रिया (जैसे : बैक्टीरियल या फंगल इन्फेक्शन) होने पर दाने हो सकते हैं। ऐसे में वैक्सिंग के बाद दाने होने के कारण में निम्न स्थितियां मुख्य रूप से जिम्मेदार मानी जाती हैं।
- फॉलिक्युलाइटिस (Folliculitis)- बालों के रोम से संबंधित सूजन को फॉलिकुलिटिस के नाम से जाना जाता है। यह स्थिति शरीर के किसी भी हिस्से को प्रभावित कर सकती है (1)। जब वैक्सिंग के दौरान बालों को खींचा जाता है, तो बालों के रोम पर प्रभाव पड़ता है और रोम छिद्रों में सूजन आने लगती है (2)। यही सूजन ही दानों की तरह दिखाई देती है।
- एलर्जिक कांटेक्ट डर्मेटाइटिस- यह एक प्रकार का एलर्जिक समस्या होती है, जो कि वैक्सिंग के दौरान उपयोग किए जाने वाले प्रोडक्ट में मौजूद केमिकल की वजह से हो सकती है (3)। इस एलर्जिक रिएक्शन के कारण भी वैक्सिंग के बाद त्वचा पर दाने नजर आ सकते हैं।
- हेयर इनग्रोन- वैक्सिंग के बाद जब बाल फिर से आने लगते है, तो कभी कभी इनग्रोन (त्वचा में अन्दर की ओर बालों का विकास) की समस्या हो सकती है (4)। इस कारण भी रोमछिद्रों में सूजन आ सकती है और वह रोमछिद्रों पर दानों के रूप में दिखाई दे सकती है।
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आगे हम वैक्सिंग के बाद होने वाले दानों का घरेलू उपाय जानने का प्रयास करेंगे।
वैक्सिंग के बाद दानों से बचने के घरेलू उपाय – Home Remedies for Waxing Bumps in Hindi
वैक्सिंग के बाद दाने होने की समस्या से बचने में कुछ घरेलू उपचार मददगार हो सकते हैं। यह घरेलू उपाय कुछ इस प्रकार हैं :
1. एलोवेरा
सामग्री :
- एलोवेरा का एक पत्ता
उपयोग की विधि:
- एलोवेरा के पौधे से एक पत्ता तोड़ लें।
- इसे काटकर जेल निकाल लें।
- इस जेल को एक कटोरी में डालें।
- फिर इसे वैक्सिंग कराने के बाद त्वचा पर लगाएं।
- इसे रात भर त्वचा पर लगाकर छोड़ दें।
- बचे हुए जेल को एक कटोरी में रखकर ठंडे स्थान पर रख सकते हैं।
- बेहतर लाभ के लिए रोजाना रात को सोने से पहले एलोवेरा जेल लगा सकते हैं।
कैसे हैं लाभकारी:
एलोवेरा जेल का इस्तेमाल कर वैक्सिंग के बाद के दानों से पाएं छुटकारा, अगर ऐसा कहा जाए तो यह गलत नहीं होगा। दरअसल, एनसीबीआई (नेशनल सेंटर फॉर बायोटेक्नोलॉजी इनफार्मेशन) की वेबसाइट पर प्रकाशित एक मेडिकल रिसर्च के मुताबिक, एलोवेरा में बैक्टीरियल इन्फेक्शन के खिलाफ काम करने की क्षमता होती है। वही, शोध में इस बात का भी जिक्र मिलता है कि बैक्टीरियल इन्फेक्शन के कारण ही फॉलिक्युलाइटिस (रोम छिद्र में सूजन) की समस्या भी हो सकती है (5)। इस आधार पर यह माना जा सकता है कि एलोवेरा का उपयोग वैक्सिंग के बाद होने वाले दानों से बचाव करने में सहायक हो सकता है।
2. टी-ट्री ऑयल
सामग्री :
- टी-ट्री ऑयल की दो से तीन बूंदें
- एक चम्मच ऑलिव ऑयल
उपयोग की विधि:
- दोनों तेल को अच्छी तरह मिला लें।
- फिर इस तेल को प्रभावित क्षेत्र पर लगाकर एक-दो मिनट तक मालिश करें, ताकि यह त्वचा में समा जाए।
- इसे रात भर ऐसे ही लगा रहने दें।
- बेहतर लाभ के लिए इसे प्रतिदिन दिन में दो से तीन बार लगाया जा सकता है।
कैसे हैं लाभकारी:
वैक्सिंग के बाद दानों से बचने के घरेलू उपाय के तौर पर टी-ट्री ऑयल का उपयोग बेहतरीन विकल्प साबित हो सकता है। इससे जुड़े एक वैज्ञानिक अध्ययन में माना गया है कि टी ट्री ऑयल में एंटी इन्फ्लामेट्री और एंटी बैक्टीरियल गुण पाया जाता है। यह दोनों गुण संयुक्त रूप से सूजन और दानों से छुटाकार दिलाने में मदद कर सकते हैं। वहीं शोध में यह भी जिक्र मिलता है कि बालों के रोम छिद्र से जुड़ी सूजन (folliculitis) का एक मुख्य कारण बैक्टीरियल इन्फेक्शन है। वहीं रोम छिद्र से जुड़ी सूजन (folliculitis) वैक्सिंग के बाद दानों का भी कारण मानी जाती है (6)। इस आधार पर टी ट्री ऑयल को वैक्सिंग के बाद दाने की समस्या से बचाव के लिए उपयोगी माना जा सकता है।
3. सेब का सिरका
सामग्री :
- एक चम्मच सेब का सिरका
- एक चम्मच पानी
- रूई
उपयोग की विधि:
- सेब का सिरका और पानी को अच्छी तरह से मिला लें।
- इसे रूई की मदद से त्वचा पर लगाएं।
- करीब दस मिनट के लिए सूखने दें और फिर धो लें।
- इस प्रक्रिया को दिन में करीब एक या दो बार दोहराया जा सकता है।
कैसे हैं लाभकारी:
वैक्सिंग के बाद दाने ठीक करने के लिए सेब के सिरके का इस्तेमाल कर सकते हैं। दरअसल, सेब के सिरके में एंटी इंफ्लेमेटरी गुण होता है, जो कि वैक्सिंग के बाद होने वाले दानों को कम करने में कुछ हद तक मददगार साबित हो सकता है। वहीं, सेब के सिरके में एंटी माइक्रोबियल गुण भी पाए जाते हैं (7)। सेब के सिरके में मौजूद यह गुण फॉलिक्युलाइटिस डेकाल्वेंस (Folliculitis Decalvans) के इलाज में भी मदद कर सकता है। वजह यह है कि फॉलिक्युलाइटिस डेक्लावन्स बालों के रोम से संबंधित एक प्रकार की सूजन की समस्या होती है, जिसके इलाज के लिए एंटीमाइक्रोबियल एजेंट का इस्तेमाल किया जाता है (8)। वहीं, यह एसिडिक भी होता है, इसलिए अगर किसी की त्वचा ड्राई है या त्वचा पर किसी का घाव है, तो इस नुस्खे का उपयोग न करें।
4. नारियल का तेल
सामग्री :
उपयोग की विधि :
- वैक्सिंग के बाद त्वचा को क्लींजर से साफ करें।
- फिर त्वचा के सूखने के बाद नारियल तेल लगाएं।
- इसे जितनी देर हो सके उतनी देर के लिए लगाकर छोड़ दें।
- बेहतर लाभ के लिए प्रतिदिन नहाने से पूर्व नारियल के तेल का इस्तेमाल किया जा सकता है।
कैसे हैं लाभकारी :
वैक्सिंग के बाद दाने से राहत पाने के लिए नारियल का तेल एक कारगर उपाय माना जा सकता है। इस संबंध में प्रकाशित एक मेडिकल रिसर्च की मानें, तो मलासेजिया फॉलिक्युलाइटिस (Malassezia folliculitis) एक प्रकार का स्किन इन्फेक्शन यानी त्वचा का संक्रमण होता है। इससे छुटाकार पाने के लिए नारियल तेल में मौजूद फेनोलिक एसिड और पॉलीफेनोल एक प्रकार के एंटी-बैक्टीरियल की तरह काम कर सकते हैं (9)। वहीं लेख में आपको पहले ही बताया जा चुका है कि फॉलिक्युलाइटिस वैक्सिंग के बाद दानों का मुख्य कारण माना जाता है और मलासेजिया फॉलिक्युलाइटिस, फॉलिक्युलाइटिस का ही एक प्रकार है (10)। इस आधार पर नारियल तेल को वैक्सिंग के दाने को दूर करने में सहायक माना जा सकता है।
5. विच हेजल
सामग्री :
- विच हेजल सॉल्यूशन
- रूई
उपयोग की विधि :
- इस सॉल्यूशन से रूई को भिगोकर वैक्स की हुई जगह पर लगाएं।
- इसे सूखने दें। इसे लगाने के बाद धोने की आवश्यकता नहीं रहती।
- रोजाना दो बार इस प्रक्रिया को दोहराया जा सकता है।
कैसे हैं लाभकारी:
वैक्सिंग के बाद दाने ठीक करने के घरेलू उपाय में विच हेजल को भी शामिल किया जा सकता है। एनसीबीआई की वेबसाइट पर पब्लिश एक शोध से पता चलता है कि विच हेजल में गैलिक एसिड, गैलोकैटेचिन और एपिगैलोकैटेचिन पाए जाते हैं, जो एंटी-माइक्रोबियल गुण प्रदर्शित करते हैं (11)। वहीं, एक दूसरे शोध के मुताबिक, एंटी-माइक्रोबियल गुण फॉलिक्युलाइटिस डेकाल्वेंस की समस्या से छुटकारा दिला सकता है। यह बालों के रोम से संबंधी सूजन की समस्या होती है (8)। ऐसे में कहा जा सकता है कि वैक्सिंग के बाद के दाने को कम करने में विच हेजल के फायदे सहायक हो सकता है।
नोट: ध्यान रहे कि ऊपर बताए गए उपायों को वैक्सिंग करने के तुरंत बाद न अपनाएं, क्योंकि कुछ चीजें वैक्सिंग के बाद जलन पैदा कर सकती हैं। इन घरेलू उपचारों को वैक्सिंग करने या करवाने के कुछ घंटे बाद ही इस्तेमाल में लाएं।
अभी है और भी जानकारी
चलिए, अब जानते है वैक्सिंग से पहले बरती जाने वाली सावधानियों के बारे में।
वैक्सिंग से पहले और बाद में बरतें जानी वाली सावधानियां – Pre or Post waxing Precautions in Hindi
वैक्सिंग करने से पहले और उसके बाद कुछ सावधानियां बरतने की आवश्यकता होती है, जिससे कि वैक्सिंग के बाद दाने होने की समस्या से बचा जा सके। यहां पहले हम वैक्सिंग से पहले बरती जाने सावधानियां बताने जा रहे हैं। बाद में फिर हम वैक्सिंग के बाद की सावधानियों से जुड़ी जानकारी देंगे :
1. वैक्सिंग से पूर्व बरती जाने वाली सावधानियां
वैक्सिंग से पूर्व बरती जाने वाली सावधानियां कुछ इस प्रकार हैं :
- वैक्सिंग करने से पहले त्वचा को अच्छी तरह धों लेना चाहिए, इससे त्वचा में मौजूद गंदगी साफ हो जाती है।
- त्वचा को धोने के बाद मॉइस्चराइज कर लें।
- अगर किसी की त्वचा अधिक संवेदनशील है, तो वे वैक्सिंग करने से पहले विशेषज्ञ को जरूर बताएं।
- वैक्सिंग के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले प्रोडक्ट की एक्सपायरी डेट जरूर जांच लें ।
- अगर किसी को वैक्सिंग से दर्द होता है, तो पेन लेस (Pain Less) वैक्स का भी विकल्प ले सकते हैं।
2. वैक्सिंग के बाद बरती जाने वाली सावधानियां
वैक्सिंग करने के बाद नीचे बताई जा रही सावधानियों को भी ध्यान में जरूर रखें।
- अगर ब्लीडिंग या जलन न भी हो, तब भी वैक्सिंग के बाद बर्फ का टुकड़ा रगडे़ं। इससे छिद्र बंद होने में मदद मिलेगी।
- त्वचा को सूर्य की रोशनी से दूर रखें, क्योंकि वैक्स के बाद सनबर्न का खतरा ज्यादा रहता है।
- वैक्सिंग के एक-दो दिन बाद तक सॉना बाथ न करें, क्योंकि इस दौरान त्वचा नाजुक होती है और तेज गर्मी त्वचा को हानि पहुंचा सकती है।
- वैक्सिंग के 24 घंटे बाद तक डियो न लगाएं।
- वैक्स किए हुए भाग को धोकर थोड़ा एलोवेरा जेल लगा सकते हैं।
अंत तक पढ़ें लेख
आखिर में अब हम वैक्सिंग से बाद होने वाले दानों से बचाव की कुछ टिप्स देंगे।
वैक्स के दाने से बचने के लिए टिप्स- Tips To Prevent Wax Bumps in Hindi
वैक्सिंग करने से पहले अगर आप नीचे बताए गए तरीकों का ध्यान रखेंगे, तो दाने होने की आशंका कम हो सकती है :
- एक्सफोलिएट करें : हमारी त्वचा पर मृत कोशिकाओं, धूल और अशुद्धियों की परत जमी रहती हैं। ऐसे में वैक्सिंग से पहले शुगर स्क्रब (शुगर और तेल) या अन्य स्क्रब घर में ही कर सकते हैं। इससे त्वचा मुलायम बनती है और वैक्सिंग के दौरान बाल आसानी से बाहर निकल जाते हैं। वैक्सिंग करवाने से एक दिन पहले इस उपाय को अपनाएं।
- क्लींजर का उपयोग करें : अगर किसी के पास एक्सफोलिएट करने का समय नहीं है, तो वैक्सिंग से पहले क्लींजर की मदद से अतिरिक्त तेल व धूल आदि साफ कर लें। तेल व धूल रोमछिद्र को बंद कर सकते हैं, जिससे बाद में समस्या होने लगती है।
- गर्माहट के लिए गर्म पानी का इस्तेमाल : अगर एक्सफोलिएट और क्लींजिंग कुछ भी न कर पाएं, तो वैक्स करवाने से पहले गर्म पानी से शॉवर या गर्म पानी में तौलिया भिगोकर त्वचा पर रख सकते हैं। वैक्सिंग करवाने से आधा घंटा पहले इसे कर सकते हैं। ऐसा करने से न सिर्फ वैक्सिंग के दौरान बाल आसानी से बाहर आएंगे, बल्कि वैक्सिंग के कारण होने वाली असहजता का भी सामना नहीं करना पड़ेगा।
- मॉइस्चराइज करें : अपनी त्वचा को मॉइस्चराइज रखें। त्वचा के हाइड्रेट रखने से वैक्सिंग आसानी से हो पाएगी और त्वचा पर जलन व दाने भी नहीं होंगे।
- सही वैक्स का चुनाव : त्वचा संबंधी समस्याओं से बचने के लिए सही वैक्स का चुनाव करें। इसके लिए ब्यूटीशियन से परामर्श ले सकते हैं।
वैक्सिंग के बाद हुए दानों को आसानी से घर में ही ठीक किया जा सकता है, जिसकी जानकारी आपको मिल ही गई होगी। वहीं, अगर वैक्सिंग के बाद अधिक एलर्जिक रिएक्शन दिखाई देता है, तो समय व्यर्थ किए बिना त्वचा रोग विशेषज्ञ से संपर्क करना चाहिए। इससे त्वचा से जुड़ी बड़ी समस्या को उत्पन्न होने से रोका जा सकता है। वहीं, अगर किसी को वैक्सिंग के बाद बार-बार दाने होते हैं, तो वे त्वचा विशेषज्ञ की सलाह लेकर त्वचा के बालों को परमांनेंट तौर से हटाने के लिए लेजर का विकल्प चुन सकते हैं। हम उम्मीद करते है कि इस लेख में दिए गए सभी उपाय पाठक के काम आएंगे।
Frequently Asked Questions
क्या वैक्सिंग से फोड़े हो सकते हैं?
जी हां, वैक्सिंग करने पर फोड़े भी हो सकते हैं (12)।
वैक्सिंग के बाद मुझे पिंपल्स क्यों हुए?
वैक्सिंग से बालों को खींचने पर रोमछिद्र (पोर) खुल जाते हैं, जिसकी वजह से रोमछिद्रों में बैक्टेरिया बैठ जाते है। रोमछिद्रों में बैक्टीरिया होने के कारण मुंहासे की समस्या हो सकती है (13)।
क्या वैक्सिंग त्वचा के लिए बुरी है?
वैक्सिंग त्वचा के लिए बुरी है या नहीं इस मामले में कुछ भी कहना मुश्किल है, क्योंकि अनचाहे बालों को हटाने का यह एक प्रचलित तरीका है। यही वजह है कि इसे अधिकतर लोग इस्तेमाल में लाते हैं। वहीं वैज्ञानिक प्रमाणों की माने तो वैक्सिंग करने पर दाने और इन्फेक्शन की समस्या हो सकती है (2)। इसलिए इसके इस्तेमाल से पूर्व और बाद की सावधानियों को ध्यान में रखना जरूरी है।
References
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- Folliculitis
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https://pubmed.ncbi.nlm.nih.gov/24134338/ - An epidemic of allergic contact dermatitis due to epilating products
https://pubmed.ncbi.nlm.nih.gov/12423402/ - Complications related to pubic hair removal
https://www.ncbi.nlm.nih.gov/pmc/articles/PMC4040320/ - Plants used to treat skin diseases
https://www.ncbi.nlm.nih.gov/pmc/articles/PMC3931201/ - Commercial Essential Oils as Potential Antimicrobials to Treat Skin Diseases
https://www.ncbi.nlm.nih.gov/pmc/articles/PMC5435909/ - The Potential of Apple Cider Vinegar in the Management of Type 2 Diabetes
https://research-repository.griffith.edu.au/bitstream/handle/10072/101108/MorganPUB2971.pdf?sequence=1 - Effective Treatment of Folliculitis Decalvans Using Selected Antimicrobial Agents
https://www.ncbi.nlm.nih.gov/pmc/articles/PMC3002406/ - The Beneficial Properties of Virgin Coconut Oil in Management of Atopic Dermatitis
https://www.phcogrev.com/sites/default/files/PhcogRev_2019_13_25_24.pdf - Special types of folliculitis which should be differentiated from acne
https://www.ncbi.nlm.nih.gov/pmc/articles/PMC5821164/ - Witch Hazel Significantly Improves the Efficacy of Commercially Available Teat Dips
https://www.ncbi.nlm.nih.gov/pmc/articles/PMC7168658/ - Incidence and recurrence of boils and abscesses within the first year: a cohort study in UK primary care
https://www.ncbi.nlm.nih.gov/pmc/articles/PMC4582880/ - PROPIONIBACTERIUM ACNES AND CHRONIC DISEASES
https://www.ncbi.nlm.nih.gov/books/NBK83685/
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