कोरोना काल में प्रेगनेंसी को ऐसे करें मैनेज
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कोरोना वायरस से पूरी दुनिया त्रस्त है। हर कोई इस वायरस की वैक्सीन और दवा के इंतजार में बैठा है। साथ ही लॉकडाउन के वजह से भी लोगों को कई परेशानियां हो रही हैं। इन सब के बीच सबसे ज्यादा समस्या प्रेगनेंट महिलाओं को हो रही हैं, खासतौर से वो महिलाएं जो पहली बार प्रेग्नेंट हुई हैं। गर्भावस्था के दौरान रूटीन चेकअप और डॉक्टर की जरूरत किसी भी महिला को हो सकती है, जबकि इन दिनों अस्पताल कोरोन मरीजों से भरे हुए हैं। ऐसे में प्रेगनेंट महिला को चेकअप के लिए हॉस्पिटल विजिट के दौरान अपना और होने वाले बच्चे का खास ध्यान रखना जरूरी है। इसलिए, यहां हम बता रहे हैं कि कोरोना काल में प्रेगनेंसी को कैसे मैनेज किया जा सकता है।
डॉक्टर चेकअप
प्रेगनेंसी के दौरान सबसे महत्वपूर्ण चीज है प्रेगनेंट महिला का रूटीन चेकअप है, लेकिन इस वैश्विक महामारी के बीच अस्पताल जाना जोखिम से कम नहीं है। इसलिए, कई डॉक्टरों (obstetrician) ने प्रीनेटल चेकअप के अंतराल को बढ़ाना शुरू कर दिया है। साथ ही कई हॉस्पिटल्स ने ऑनलाइन व फोन इन चेकअप की सुविधा शुरू की है। आप भी जब तक अधिक जरूरी न हो ऑनलाइन चेकअप का ही सहारा लें। घर में डायबिटीज और ब्लड प्रेशर की मशीन रखें और समय-समय पर चेक करते रहें। साथ ही कई लैब होम चेकअप का ऑप्शन दे रहे हैं, तो आप घर बैठे-बैठे ब्लड सैंपल दे सकते हैं। फिर ऑनलाइन चेकअप के दौरान डॉक्टर को अपनी रिपोर्ट्स की जानकारी दें।
अगर चेकअप के लिए जाना पड़े हॉस्पिटल
अगर हॉस्पिटल जाने की जरूरत महसूस हो, तो डॉक्टर से पहले ही बात करें और ऐसे वक्त का अपॉइंटमेंट लें जब हॉस्पिटल में भीड़ ज्यादा न हो। इसके अलावा, चाहें तो डॉक्टर के क्लिनिक में भी विजिट कर सकती हैं, क्योंकि क्लिनिक में सभी प्रेगनेंट महिलाएं ही होंगी। इस कारण वहां कोरोना जोखिम की आशंका कुछ कम हो सकती है। मास्क पहनकर ही हॉस्पिटल जाएं और अपने साथ पॉकेट सैनिटाइजर रखें, ताकि आप थोड़ी-थोड़ी देर में अपने हाथों को सैनिटाइज कर सकें।
हॉस्पिटल लिस्ट रेडी करें
हॉस्पिटल्स की चेकलिस्ट प्रेगनेंसी के बारे में पता चलने के बाद से ही शुरू कर देनी चाहिए। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि हर हॉस्पिटल कोरोना वायरस के मरीजों को ट्रीट नहीं कर रहा है। इसलिए, अपने शहर के उन हॉस्पिटल्स की लिस्ट तैयार करें, जहां कोविड-19 मरीजों का इलाज न किया जा रहा हो।
गोदभराई फंक्शन
गोदभराई किसी भी गर्भवती महिला के लिए एक खास फंक्शन है। अब आप ये मत समझिए कि हम इस यादगार फंक्शन को मनाने के लिए मना कर रहे हैं। हम बस गोदभराई फंक्शन को और यादगार बनाने को कह रहे हैं। इस महामारी के दौरान जब हर तरफ सोशल डिस्टेंसिंग की बात कही जा रही है, तो क्यों न आप भी सोशल डिस्टेंसिंग को ध्यान में रखकर इस फंक्शन को सेलिब्रेट करें। हर सुख-दुःख में परिवार हमेशा साथ रहता है। इसलिए, बेहतर है कि सिर्फ अपने परिवार के साथ रहकर ही इस फंक्शन को मनाएं और वीडियो कॉल के जरिए अपने सगे-संबंधियों से प्यार व आशीर्वाद लें। साथ ही कैमरे में अपने खूबसूरत पलों को कैप्चर जरूर करें।
घर के लोग सुरक्षा का ध्यान रखें
गर्भवती का ध्यान रखना पूरे परिवार की जिम्मेदारी होती है। ऐसे में घर-परिवार के लोग अगर बाहर ग्रॉसरी की शॉपिंग करने जा रहे हैं, तो मास्क पहनकर जाने के साथ-साथ उन ग्रॉसरी शॉप्स का चुनाव करें जहां भीड़भाड़ कम होती है। इसके अलावा, जैसे ही बाहर से आएं फूटवियर्स को तुरंत बाहर उतारें, हाथ-पांव को अच्छे से धो लें और कपड़े बदल लें। कोशिश करें कि नहाने जाने से पहले ग्रोसरी शॉपिंग करें, ताकि आकर सीधे नहाने जाएं। इसके अलावा, ऑनलाइन ग्रॉसरी शॉपिंग का भी ऑप्शन अच्छा है। आजकल कई ऑनलाइन प्लैटफॉर्म्स ‘नो टच डिलीवरी’ ऑप्शन भी दे रहे हैं। आपको बस ऑनलाइन पेमेंट करनी है और डिलीवरी बॉय घर के बाहर सारा सामान रखकर चला जाएगा।
सामान का सैनिटाइजेशन
घर में अगर कोई भी सामान आए, तो उसे गर्भवती महिला को छूने न दें। परिवार का कोई अन्य सदस्य सारे सामान को सैनिटाइज करे। अगर सब्जियां हैं, तो उन्हें भी अच्छे से धोकर ही उपयोग करें। बच्चे के लिए डाइपर्स या अन्य चीजों की खरीददारी कर रहे हैं, तो उन्हें भी अच्छे से सैनिटाइज करें।
तनाव से दूर रहें
प्रेगनेंसी के दौरान शरीर में हार्मोनल बदलाव के कारण मूड स्विंग्स व चिंता-तनाव की समस्या होना सामान्य है (2) (3)। ऐसे में अभी की जो स्थिति है वो प्रेगनेंट महिला तो क्या किसी भी व्यक्ति के लिए चिंता का कारण हो सकती है। इसलिए, बेहतर है कि अपना मन हल्के-फुल्के कामों में, किताब पढ़ने में और मेडिटेशन में लगाएं। अगर मन में कोई उलझन या दुविधा हो, तो फोन पर प्रियजनों से बात करके मन हल्का करें। इससे तनाव कुछ कम हो सकता है। सकारात्मक सोच को अपनाएं, हेल्दी खाना खाएं और ज्यादा से ज्यादा अपना ख्याल रखें, ताकि आपको बार-बार डॉक्टर के पास जाने की जरूरत न पड़े।
डिलीवरी डे की तैयारी पहले से
ड्यू डेट के एक से दो हफ्ते पहले ही अपना मैटरनिटी बैग, मास्क, सैनिटाइजर और अन्य सारी जरूरत की चीजें तैयार करके रख लें। एम्बुलेंस के लिए पहले से ही कॉन्टैक्ट करके रखें, ताकि डिलीवरी के दिन इंतजार न करना पड़े। परिवार के हर सदस्य को हॉस्पिटल न ले जाएं, ताकि वहां भीड़ न जुटे।
ये थी कुछ जरूरी बातें, जिनका ध्यान कोरोना काल में गर्भवती महिला और परिवार के सदस्यों को रखना चाहिए। हम सब जानते हैं कि यह वक्त थोड़ा मुश्किल भरा है, लेकिन अगर थोड़ी समझदारी से काम किया जाए, तो हर परेशानी कम हो सकती है। इसलिए, मन में पॉजिटिव सोच के साथ एक नई जिंदगी का वेलकम करें और यह न भूलें कि आप साहसी होंगी तो आपका बच्चा भी साहसी होगा। साथ ही हर किसी को यह बात भी समझनी होगी कि कोविड-19 से सभी डॉक्टर, नर्स और अन्य स्टाफ योद्धा की तरह लड़ रहे हैं। इसलिए, उनका सम्मान करें।
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