क्यों होता है महिलाओं का दिल इतना इमोशनल?
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इस बात से तो आप इंकार नहीं करेंगे कि महिलाएं जल्द ही छोटी से छोटी बातें दिल पर ले लेती हैं। ऐसा होना स्वाभाविक भी है, क्योंकि पुरुषों की तुलना में महिलाओं का दिल ज्यादा इमोशनल होता है। क्या कभी आपने सोचा है कि ऐसा क्यों होता है? क्यों महिलाएं बात-बात पर इमोशनल होती हैं? क्यों छोटी से छोटी बात महिलाओं के दिल को छू जाती है और ऐसे ही न जाने कितने सवाल हैं। यहां हम इन्हीं सवालों के जवाब देने की कोशिश कर रहे हैं। आप इस आर्टिकल को पढ़ें और खुद जानें कि क्यों महिलाएं होती हैं इतनी इमोशनल।
1. दिल से जुड़ती हैं – लड़कियां अगर किसी को अपना बनाएं, तो वो उनसे दिल से जुड़ जाती है। दोस्त हो, लाइफ पार्टनर हो या उसका परिवार, लड़कियां हर किसी को मन से अपना मानती हैं। सिर्फ इंसानों से ही नहीं, बल्कि वो अपने चीजों से भी बहुत जुड़ी होती हैं, चाहे वो उनकी डायरी हो, फोन हो या उनकी पसंदीदा ड्रेस। वो जल्दी अपनी चीजों को खुद से अलग नहीं करती हैं। दोस्त और लाइफ पार्टनर को तो कभी नहीं।
2. परिस्थिति को महसूस करती हैं – कई बार महिलाओं को फिल्में देखते हुए या किसी अन्य परिस्थिति में इमोशनल होते हुए देखा गया है। इसका कारण यह हो सकता है कि महिलाएं अपने आप को उस स्थिति में महसूस करने लगती हैं। साथ ही कभी-कभी खुद के साथ घटी कोई घटना याद आ जाती है, जिस कारण उनका दिल इमोशनल हो जाता है और वो रोने लगती हैं।
3. याददाश्त होती है तेज – हमने बताया कि कई बार महिलाओं को कुछ ऐसा याद आ जाता है, जिसे सोचकर वो इमोशनल हो जाती हैं। इसके पीछे मुख्य कारण यह माना जाता है कि महिलाओं की याददाशत बहुत तेज होती है। महिलाएं जल्दी किसी चीज को नहीं भूलती, खासतौर से खराब अनुभव या इमोशनल बातों को। ऐसे में अगर किसी कहासुनी के दौरान आपकी गर्लफ्रेंड या वाइफ रोने लगे, तो समझ जाइए कि उसे कोई बीती बात याद आ गई है। साथ ही ऐसे समय में पुरुष थोड़ा सोच समझकर बोलें।
4. स्वाभिमानी होती हैं महिलाएं – महिलाओं का दिल से इमोशनल होने का एक कारण उनका स्वाभिमान भी हो सकता है। महिलाएं हर चीज सहन कर सकती हैं, लेकिन अपने और अपने परिवार खासकर अपने पति और बच्चों के आत्मसम्मान को ठेस लगे, यह सहन नहीं कर पाती हैं। ऐसे समय में न सिर्फ उनका दिल भर आता है और रोने लगती हैं, बल्कि अपनों की सुरक्षा के लिए किसी से भी भिड़ जाती हैं।
5. लाडली होती हैं लड़कियां – बेटियां घर की शान होती हैं, वो मां-बाप की जान होती है। माता-पिता जिंदगीभर अपनी बेटियों को पलकों पर बैठाकर रखते हैं। बेटियां अपने परिवार से खूब लाड-प्यार पाती हैं। यही कारण है कि उनका दिल कोमल होता है और अगर कोई उनसे जोर से बात कर दे, तो उनका दिल टूट जाता है।
6. हमेशा रखती हैं उम्मीद – महिला जिन्हें अपना मानती हैं, उनसे वो काफी उम्मीदें भी रखती हैं। हालांकि, उनकी कोई बड़ी अपेक्षा या इच्छा नहीं होती। वो छोटी-छोटी चीजों में ही खुशियां तलाशती हैं। जैसे – बीमार हो तो दोस्तों से एक कॉल, पति घर आए तो दो मीठे बोल और ऐसी ही अन्य छोटी-छोटी ख्वाहिशें। वहीं, जब ये चीजें नहीं होती हैं, तो उनका दिल टूट जाता है। इसमें उनकी कोई गलती भी नहीं है, महिलाएं अपने माता-पिता से इतना स्नेह पाती हैं कि वैसे ही स्नेह की उम्मीद वो दूसरों से भी रखती हैं।
सिर्फ महिला को ही मां बनने का सुख मिलता है और मां से ज्यादा इमोशनल कोई नहीं होता। हम ऐसा नहीं कहते कि पुरुषों का दिल इमोशनल नहीं होता। महिलाओं को रोते देख पुरुषों का दिल भी दुखता है, बस फर्क है भावनाओं को व्यक्त करने का तरीका। ऐसे में महिलाओं और पुरुषों दोनों को एक-दूसरे के दिल को समझने की जरूरत है, क्योंकि महिला हो या पुरुष ‘दिल तो आखिर दिल है न’। इसलिए, हर लड़की के दिल और दिल की बात को समझने की कोशिश करें।
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